अलसी के बीज के प्रकार | type of flax seeds
अलसी के बीज दो मूल प्रकार के होते हैं, भूरे और सुनहरे, दोनों ही स्वास्थ्य खाद्य और विशेष दुकानों में पाए जाते हैं। अधिकांश लोगों को लगता है कि गहरे भूरे बीजों का स्वाद सुनहरे बीजों की तुलना में अधिक तीव्र होता है। दोनों अल्फा-लिनोलेनिक एसिड के अच्छे स्रोत हैं, हालांकि गहरे रंग के बीजों में सुनहरे किस्म की तुलना में एएलए थोड़ा अधिक होता है।
अलसी बीजों को खाने के फायदे | alsi ke beej ke fayde
अलसी के बीज खाने से आपके शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं। ये आपके शरीर के लिए एनर्जी बूस्टर की तरह काम करते हैं। इसके नियमित सेवन से आपके बाल मजबूत होते हैं और जल्दी लंबे होते हैं। त्वचा के लिए ये कई तरह से लाभकारी होते हैं। अलसी हृदय रोगों को कम करने, ब्लड कोलेस्ट्रॉल को कम करने, पाचन शक्ति बेहतर करने, वज़न को संतुलित करने या घटाने, ऑथ्राईटिस, अस्थमा, डाइबिटीज और कैंसर जैसी बिमारियों से लड़ने, खून में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने, फीमेल हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखने इत्यादि में बहुत कारगर है।
महिलाओं के लिए अलसी के फायदे | Benefits of flaxseed for women
महिलाओं के लिए अलसी में मौजूद विटामिन बी, आयरन और मैग्नीशियम बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। ये न केवल हार्मोनल संतुलन में मदद करते हैं बल्कि हड्डियों को मजबूत बनाने, हृदय स्वास्थ्य में सुधार, पाचन में सुधार, मासिक धर्म की समस्याओं से राहत और रजोनिवृत्ति के लक्षणों को कम करने में भी उपयोगी हैं।पुरुषों के लिए अलसी के फायदे | Benefits of flaxseed for men
पुरुषों के लिए अलसी के बीज में पाया जाने वाला जिंक और पोटैशियम उनके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। ये तत्व रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने, हार्मोन को संतुलित करने, शारीरिक ऊर्जा और सहनशक्ति बढ़ाने, प्रोस्टेट स्वास्थ्य में सुधार और तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं, जिसका यौन स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
अपने आहार में अलसी के बीज का उपयोग कैसे करें | How to Use Flax Seeds in Your Diet
स्वास्थ्य विशेषज्ञ की मानें तो साबुत अलसी के बीज खाने की बजाए अलसी के बीज को पीसकर खाना ज्यादा फायदेमंद होता है। क्यूंकि साबुत अलसी के बीज में ऊपर भूरे रंग का एक कवर जैसा होता है, जिसे पचाना आंत के लिए काफी मुश्किल होता है और इस वजह से अलसी के पोषक तत्वों को शरीर अवशोषित नहीं कर पाता। यही कारन है कि असली को पीसकर खाने की सलाह दी जाती है। अलसी को खाली पेट खाया जा सकता है। इसके अलावा रात में सोने से पहले भी अलसी का सेवन किया जा सकता है, क्योंकि यह अच्छी नींद लाने में भी काफी मदद करती है।
- अलसी को पाउडर के रूप में ग्रहण किया जा सकता है। इससे अलसी में मौजूद सारे पोषक तत्व मिलेंगे।
- अलसी के बीजों को 10 मिनट के लिए गर्म पानी में भिगो दें और फिर उसका सेवन करें।
- अगर ठंडे पानी में अलसी के बीज भिगो रहे हैं, तो दो से तीन घंटे के लिए भिगोएं।
- ध्यान रहे कि अलसी के बीज के साथ खूब पानी पिएं।
- अलसी के लड्डू खाए जा सकते हैं।
- नाश्ते के साथ, स्मूदी के साथ या सलाद के साथ भी अलसी खाई जा सकती है।
- अलसी के पाउडर को दही व दलिये में डालकर खा सकते हैं।
- अलसी को खाने का सबसे अच्छा वक्त सुबह का है। सुबह नाश्ते के साथ अलसी का सेवन किया जा सकता है।
सेवन मात्रा : अलसी पाउडर की बात करें, तो सामान्य तौर पर प्रतिदिन करीब 40 ग्राम तक अलसी का सेवन किया जा सकता है । हालांकि, शारीरिक बनावट और पोषक तत्वों की मौजूदगी लोगों में प्रथक हो सकती है। इसलिए, किसी विशेष बीमारी या समस्या की स्थिति में इसकी ली जाने वाली मात्रा के बारे में अपने डॉक्टर से जरूर परामर्श कर लें।
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अलसी के नुकसान | Side Effects of Flax Seeds
वैसे तो अलसी कई मामलों में सेहत और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, लेकिन अधिक सेवन कुछ मामलों में अलसी के नुकसान भी प्रदर्शित हो सकते हैं, जो निम्न प्रकार हैं ।
- अलसी कब्ज की समस्या में लाभकारी परिणाम देती है, लेकिन जरूरत से अधिक सेवन गंभीर कब्ज का भी कारण बन सकता है।
- खून पतला करने वाली दवा के साथ या मासिक चक्र के दौरान इसका अधिक सेवन ब्लीडिंग की समस्या पैदा कर सकता है।
- इसके अधिक सेवन से दस्त या डायरिया की स्थिति भी पनप सकती है।
- दो चम्मच से अधिक कच्ची अलसी का सेवन विषाक्ता का कारण बन सकता है। क्योंकि, इसमें कुछ मात्रा में साइनाइड भी मौजूद होता है, जो पकाने के बाद नष्ट हो जाता है।
- शुगर की समस्या में अगर जरूरत से अधिक अलसी उपयोग में लाई जाती है, तो ओमेगा-3 फैटी एसिड की मौजूदगी के कारण यह समस्या को और भी गंभीर कर सकती है। इसलिए, अलसी के नुकसान से बचने के लिए डायबिटीज से पीड़ित मरीज इसके सेवन से पूर्व डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें।
अलसी के बीज से जुड़े रोचक तथ्य :
- अलसी में 25% बीज और लगभग 75% पत्तियाँ और तने होते हैं।
- अलसी के रेशे मुलायम और रेशमी होते हैं और इनसे कपड़ा बनाया जा सकता है, हालाँकि ये कपास जितने नहीं खिंचते।
- कपड़े बनाने के लिए अलसी का उपयोग प्राचीन समय से ही होता आ रहा है।
- अलसी के बीज एक ग्लूटेन मुक्त भोजन हैं।
- अलसी के बीज और अलसी के तेल का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है , जहां ऐसा माना जाता था कि यह मानसिक और शारीरिक सहनशक्ति लाता है, साथ ही उम्र बढ़ने से भी लड़ता है। अलसी बीज के फायदे हिप्पोक्रेट्स, क्वांटेस और डायोस्कोराइड्स जैसे शुरुआती पश्चिमी डॉक्टरों को भी ज्ञात थे।
सारांश : अलसी के औषधीय गुण कितने हैं, यह तो आप अच्छे से समझ गए होंगे। साथ ही आपको अलसी के लाभ पाने के लिए अलसी के सही उपयोग की जानकारी भी हासिल हो चुकी होगी। अलसी को अपने आहार में शामिल करें। साथ ही अलसी के नुकसान और इससे जुड़ी सावधानियों पर भी जरूर ध्यान रखें, ताकि आपको अलसी का सही लाभ हासिल हो सके। उम्मीद हैं कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को हल करने में यह लेख उपयोगी साबित होगा।
संदर्भ | Sources :
American Institute for Cancer Research. Facts on fiber and whole grains.Parikh M, Maddaford TG, Austria JA, Aliani M, Netticadan T, Pierce GN. Dietary flaxseed as a strategy for improving human health.
Hutchins AM, Brown BD, Cunnane SC, Domitrovich SG, Adams ER, Bobowiec CE. Daily flaxseed consumption improves glycemic control in obese men and women with pre-diabetes: A randomized study.
Kajla P, Sharma A, Sood DR. Flaxseed—A potential functional food source